इतिहास लेखन का बदलता स्वरूप और साहित्य के साथ अन्तर्सम्बन्ध : एक सर्वेक्षण

Umesh Jha
एशोसिएट प्रोफेसर इतिहास विभाग, रामानुजन कालेज दिल्ली विश्वविद्यालय, दिल्ली Email- umeshjha5@gmail.com, Mobile-8076964428
कहा जाता है कि साहित्य का संबंध कल्पनाओं से होता है जबकि इतिहास का संबंध वास्तविकताओं से। इसके बावजूद इन दोनों विधाओं के बीच आपसी लेन-देन एवं अन्तरमिलन के भी प्रगाढ़ संबंध रहे हैं।यही कारण है कि हमें पुर्व -आधुनिक रचनाओं में इन दोनों विधाओं के बीच भेद उतना प्रभावी नहीं दिखाई पड़ता। वास्तव में इतिहास और साहित्य के बीच विभेद की शुरुआत उन्नीसवीं शताब्दी में हुईं जब इतिहास लेखन पर वस्तुनिष्ठता का वर्चस्व बढता गया। परन्तु अब परंपरागत वस्तुनिष्ठता पर कई महत्वपूर्ण सवाल उठाते हुए इतिहास लेखन के क्षेत्र में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है। इसी के साथ साथ अन्य विधाओं मसलन साहित्य के साथ इतिहास का संबंध भी नये सिरे से प्रगाढ़ हुआ है।

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