भावी शिक्षको के व्यक्तित्व विकास में सहायक जीवन मूल्य

Seema Sharma
Research scholar GGTU Banswara Rajasthan
सारांश जीवन निर्वाह हेतु जिस प्रकार मूलभूत आवश्यकताओं रोटी-कपड़ा और मकान की संतुष्टि आवश्यक होती है उसी प्रकार व्यक्ति को सर्व गुण संपन्न बहुमुखी प्रतिभाओं से युक्त आदर्श रूप प्रदान करने में शिक्षा अहं भूमिका निभाती है l शिक्षा ही वह साधन है जो मानव जीवन को सार्थक, संपन्न एवं समृद्द बनाती है l शिक्षा प्रदान करने का दायित्व शिक्षकों को दिया गया है और शिक्षक यदि प्रशिक्षित हो तो वह अपने कर्तव्य पथ पर अडिग एवं सक्रिय भागेदारी निभाता है l राष्ट्रीय शिक्षा नीति, 2020 द्वारा शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम में आमूल-चूल परिवर्तन करके इसे एकीकृत शिक्षक शिक्षा कार्यक्रम के रूप में स्वीकृत किया है l राष्ट्रीय शिक्षा नीति, 2020 पांच स्तम्भों पर केन्द्रित है :- वहनीयता, अभिगम्यता, गुणवत्ता, न्यायपरकता और जवाबदेही l ये सभी स्तम्भ शिक्षक को जीवन मूल्यों के प्रति अभिप्रेरित करते है और उनका मूल्यों के प्रति सकारात्मक द्रष्टिकोण विकसित करते है l वर्तमान परिस्थितियों में शिक्षा के नवीन आयामों, परिवर्तनों एवं जीवन मूल्यों की सार्थकता को ध्यान में रखकर भावी शिक्षकों के व्यक्तित्व विकास हेतु प्रयासरत रहना प्रशिक्षकों के लिए चुनौतीपूर्ण रहा है l यह शोधपत्र एक प्रयास है यह बताने का कि जीवन मूल्य भावी शिक्षकों के व्यक्तित्व विकास में महत्ती भूमिका निभाते है मूल शब्द :- जीवन निर्वाह, बहुमुखी, NEP2020, पांच स्तम्भ जीवन मूल्य, व्यक्तित्व विकास l

Highlights