विद्यालय इंटर्नशिप कार्यक्रम के प्रति बी.एड. छात्राध्यापकों के दृष्टिकोण का अध्ययन

Anju Singh
शोधार्थी, शिक्षा शास्त्र महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय, बीकानेर (राजस्थान)

Co-Author 1

प्रोफेसर (डॉ) राम गोपाल शर्मा
शोध निर्देशक, राजकीय अध्ययन शिक्षण संस्थान, बीकानेर
विद्यालय इंटर्नशिप कार्यक्रम शिक्षक-प्रशिक्षण का एक अनिवार्य और व्यावहारिक घटक है, जो प्रशिक्षणार्थियों को वास्तविक शिक्षण अनुभव प्राप्त करने का अवसर प्रदान करता है। यह अध्ययन बी.एड. प्रशिक्षणार्थियों के इस कार्यक्रम के प्रति दृष्टिकोण को समझने हेतु किया गया, जिसमें लिंग और क्षेत्र (शहरी-ग्रामीण) के आधार पर दृष्टिकोण में अंतर की भी जाँच की गई। यह शोध राजस्थान राज्य के बीकानेर ज़िले में स्थित विभिन्न शिक्षक प्रशिक्षण संस्थानों में अध्ययनरत कुल 100 बी.एड. छात्राध्यापकों (50 शहरी: 25 पुरुष व 25 महिला, 50 ग्रामीण: 25 पुरुष व 25 महिला) पर आधारित है। प्रदत्त संग्रह हेतु शोधकर्ता द्वारा निर्मित दृष्टिकोण मापनी का उपयोग किया गया। आंकड़ों के विश्लेषण हेतु t-परीक्षण (t-test) का प्रयोग किया गया। शोध में यह पाया गया कि महिला छात्राध्यापकों का दृष्टिकोण पुरुषों की तुलना में अधिक सकारात्मक था। इसी प्रकार, शहरी क्षेत्र के छात्राध्यापक इंटर्नशिप कार्यक्रम के प्रति ग्रामीण छात्राध्यापकों की अपेक्षा अधिक सकारात्मक दृष्टिकोण रखते हैं। इसके अतिरिक्त, इंटर्नशिप के दौरान ग्रामीण प्रशिक्षणार्थियों द्वारा अधिक समस्याएं अनुभव की गईं, जो संसाधनों की कमी, मार्गदर्शन की अपर्याप्तता और शैक्षिक वातावरण से जुड़ी थीं। यह अध्ययन सुझाव देता है कि इंटर्नशिप कार्यक्रम को अधिक व्यावहारिक, मार्गदर्शित एवं समावेशी बनाया जाना चाहिए, विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में। साथ ही, प्रशिक्षण संस्थानों को चाहिए कि वे लिंग और क्षेत्रीय विविधताओं को ध्यान में रखते हुए इंटर्नशिप अनुभव को अधिक सशक्त और प्रभावी बनाएं।

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