महाराणा प्रताप के जीवन में आदिवासियों का योगदान

SITA DEVI NOJAL
शोधार्थी, महाराजा विनायक ग्लोबल विश्विद्यालय जयपुर राजस्थान

Co-Author 1

डॉ कविता
शोध निर्देशक, प्रोफेसर, इतिहास, महाराजा विनायक ग्लोबल विश्विद्यालय जयपुर राजस्थान
यह लेख महाराणा प्रताप के संघर्षशील जीवन में आदिवासी समाज, विशेषतः भील समुदाय के योगदान को रेखांकित करता है। ऐतिहासिक दृष्टिकोण से, यह स्पष्ट होता है कि जब महाराणा प्रताप मुगलों के विरुद्ध संघर्ष कर रहे थे और संसाधनों की भारी कमी थी, तब भील समुदाय उनके सबसे विश्वसनीय सहयोगी बने। उन्होंने न केवल गुरिल्ला युद्धकला में महारथ हासिल कर युद्ध में भागीदारी की, बल्कि प्रताप को जंगलों में मार्गदर्शन, आश्रय, भोजन और औषधीय सहायता भी प्रदान की।

Highlights