वर्तमान भारतीय शैक्षिक परिप्रेक्ष्य में अस्थायी अध्यापकों की समस्याओं का अध्ययन
Narendra Pal
Dr. Narendrakumar Pal, Assistant Professor, Department of Education, Mahatma Gandhi Antarrashtriya Hindi Vishwavidyalay (A Central University), Wardha, Maharashtra
Co-Author 1
Arman Ali, Research Scholar, Education Department, MGAHV, Wardha, Maharashtra
Research Scholar, Education Department, MGAHV, Wardha, Maharashtra
वर्तमान समय में शिक्षा के क्षेत्र में बढ़ती प्रतिस्पर्धा और संसाधनों की सीमितता के चलते अधिकांश महाविद्यालयों एवं विश्वविद्यालयों में अस्थायी अध्यापकों की नियुक्ति एक अनिवार्यता बन चुकी है। यह शोध पत्र भारतीय उच्च शिक्षा प्रणाली में कार्यरत अस्थायी अध्यापकों की समस्याओं का विश्लेषणात्मक अध्ययन प्रस्तुत करता है। जिसे विभिन्न रिपोर्टों, नीतियों तथा उदाहरणों के माध्यम से यह दर्शाया गया है कि अस्थायी शिक्षकों को मानसिक तनाव, आर्थिक असुरक्षा, और कार्यस्थल पर भेदभाव जैसी अनेक चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। इस अध्ययन के निष्कर्ष दर्शाते हैं कि जब तक अस्थायी अध्यापकों के लिए एक समेकित राष्ट्रीय नीति नहीं बनाई जाती जो स्थायित्व, गरिमा और सुरक्षा सुनिश्चित करे, तब तक शिक्षा की गुणवत्ता एवं शिक्षक समुदाय का मनोबल प्रभावित होता रहेगा। अतः यह शोध अस्थायी अध्यापकों की स्थिति में ठोस सुधार हेतु नीतिगत हस्तक्षेप की आवश्यकता पर बल देता है।