महिला सशक्तीकरण पर शिक्षा और समाज के प्रभाव का अध्ययन
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Published on: Jun 30, 2023
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DOI: CIJE202382786
Dr Ramendra Tiwari
असिस्टेंट प्रोफेसर, शिक्षक-शिक्षा विभाग नेहरू ग्राम भारती (मानित विश्वविद्यालय) प्रयागराज (उ.प्र.) Email: ramendra1980@gmail.com, Mobile-8318082033
महिलायें देश की आधी आबादी हैं और शिक्षा ही वह उत्तम मार्ग है जो महिलाओं के स्वास्थ्य, पोषण और आर्थिक स्थिति को सुदृण बना सकता है। जिसमें महिलायें स्वयं जागरुक बनें साथ ही सरकार और विभिन्न संस्थाओं को महिलाओं की शैक्षिक स्थिति को सुदृढ़ बनाने का प्रयास करना होगा। महिला शिक्षा किसी समाज में उनकी स्थिति परिवर्तन के लिए एक शक्तिशाली उपकरण है। क्योंकि इससे परिवार में उनकी स्थिति पुरूषों के समान हो सकती है जो परिवार के महत्वपूर्ण फैसलों में अपना योगदान कर सकती है। केवल सरकार के प्रयास ही काफी नहीं हैं बल्कि समाज को एक ऐसा वातावरण बनाना होगा जहाँ किसी प्रकार का कोई लैंगिक विभेदीकरण न हो और महिला को अपने निर्णय लेने का पूरा अवसर मिले और वे देश की सामाजिक, राजनैतिक तथा आर्थिक जीवन में भी भागीदारी करें तो यह पूरी तरह से लैंगिक समानता तथा महिला सशक्तिकरण का प्रतीक होगा। भारत एक ऐसा देश है जो पुरूष प्रधान है अतः महिलाओं को पुरूषों के कंधे से कंधे मिलाकर चलने में उच्च शिक्षा एक विशेष भूमिका निभा सकती है। जिससे महिला सशक्तिकरण के लक्ष्य का प्राप्त किया जा सकता है।