उत्पादकीय क्रियाओं की पर्यावरण पर प्रभावशीलता : एक विवेचना
Phool Chand Maholia
शोधार्थी, अर्थशास्त्र विभाग राजस्थान विश्वविद्यालय जयपुर Email: pcmaholia@gmail.com, Mobile-9413644681
Co-Author 1
डॉ. स्वाति बत्रा, शोध निर्देशक, अर्थशास्त्र विभाग राजस्थान विश्वविद्यालय जयपुर
उत्पादकीय क्रियाओं की पर्यावरण पर प्रभावषीलता के सिंहावलोकन के लिहाज से उपर्युक्त अध्ययन में संदर्भ विष्लेषणात्मक विधि से अध्ययन कर यह स्पष्ट करने का प्रयास किया गया है कि उत्पादन की गतिविधियों व पर्यावरण की धारणा अंतः सम्बन्धित है। पर्यावरण बिगाड़ की लागत पर उत्पादन की धारणा एक मंहगा व संकटकारी सौदा है। प्रस्तुत शोधपत्र के माध्यम से यह स्पष्ट करने का प्रयास किया गया है कि पर्यावरण संरक्षण व सुधार के लिहाज से उत्पादकों की भूमिका व दायित्व एक महत्वपूर्ण उपागम है, जिसकी समझ व क्रियान्वयन से ही भावी पीढ़ी का भविष्य बचेगा, अन्यथा नही। समाधान के सार में प्रस्तुत शोधपत्र ने सतत-विकास की धारणा को महत्वगामी माना है, तथा निष्कर्ष स्थापित किया है कि पर्यावरण-मित्र धारणा के बिना सच्चा विकास संभव नही है।