सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’और मिर्ज़ा ग़ालिब की तुलना(त्रासदीय विषयक् परिप्रेक्ष्य में)

Dr Pranu Shukla
सहायक आचार्य हिंदी राजकीय कन्या महाविद्यालय, चौमूं, जयपुर, राजस्थान Email-pranu.rc55@gmail.com, Mobile-7597784917
मिर्ज़ा ग़ालिब और सूर्यकांत त्रिपाठी दोनों लगभग एक ही क़श्ती के मुसाफिर है साथ ही साथ अपने जीवन और उस जीवन में घटने वाली त्रासदी के लिए विशेष रूप से प्रसिद्ध है। हम सभी जानते हैं कि मिर्जा गालिब और निराला को अपने जीवन में कुछ भी हासिल नहीं हुआ, यद्यपि दोनों अपने-अपने फन के माहिर थे। मिर्जा गालिब अपने जमाने के शेर, मरसिए,ग़ज़ल के सर्वश्रेष्ठ शायर और सूर्यकांत त्रिपाठी निराला अपने समय के सर्वश्रेष्ठ कवि के रूप में हमारे समक्ष उपस्थित होते हैं लेकिन फिर भी उन लोगों को अपनी जिंदगी से कुछ भी हासिल नहीं हुआ। दरअसल उनकी जिंदगी में इतने दुख, इतनी त्रासदी में व्याप्त थी कि जिसका वर्णन नहीं जा सकता। इस सब के पहले हमें त्रासदी क्या है यह समझना होगा।

Highlights