शिक्षा की वैश्विक चुनौतियां

MANOJ KUMAR
मनोज कुमार, शोधार्थी, राजस्थान विश्वविद्यालय, जयपुर Mobile-7568278882, Email-kumarmanoj381f@gmail.com

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डॉ. सीमा दायमा
प्राचार्या (बी.एस.सी-बी.एड.) श्री बालाजी पी.जी. महाविद्यालय, जयपुर
प्रस्तुत प्रपत्र में शिक्षा के क्षेत्र में आने वाली वैश्विक चुनौतियों का उल्लेख किया गया है। अगर हम हमारें देश की शिक्षा प्रणाली की बात करे तो भारतीय शिक्षा प्रणाली ने कई सुधारों और परिवर्तनों के साथ एक लंबा सफर तय किया है। अनेक संशोधनों के बावजूद, हम अभी भी विश्व स्तरीय शिक्षा प्रणाली बनने से कोसों दूर हैं। आजादी के 77 साल बाद भी, सरकार सभी के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुलभ बनाने के लिए कड़ी मेहनत कर रही है। एक विकासशील देश के रूप में, हमें 21वीं सदी की वैश्विक शिक्षा की मांगों को पूरा करने के लिए अभी भी एक लंबा रास्ता तय करना है। हाल के दशकों में देश के आर्थिक, सामाजिक व अन्य क्षेत्रों में ढाँचागत एवं नीतिगत स्तर पर काफी प्रगति हुई है। फलस्वरुप देश की विकास दर तेजी से बढ़ी है। इस बढ़ती विकास दर ने अन्य क्षेत्रों के साथ-साथ शिक्षा के क्षेत्र में भी सुधारों को गति प्रदान की है, लेकिन इन परिवर्तनों ने हमारी शिक्षा व्यवस्था की मूल समस्याओं को दूर नहीं किया है। प्रस्तुत प्रपत्र में हम वर्तमान शिक्षा व्यवस्था की विश्व में स्थिति, विद्यमान समस्याओं एवं संभावित समाधानों की चर्चा करेंगे।

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