शिक्षक शिक्षा कार्यक्रम और शिक्षको की बदलती भूमिका

Seema Sharma
Assitant professor , Rama Krishna TT college,Jaipur

Co-Author 1

Seema Sharma
राष्ट्र का विकास व्यक्ति के चहूँमुखी विकास पर आधारित है l व्यक्ति, समाज और राष्ट्र का समग्र विकास तभी संभव है जब शिक्षा वांछित उद्देशयो की प्राप्ति में सफल होती है l शिक्षा वह साधन है जो मानव जीवन को कुशल, यथार्थ एवं समृद्ध बनाती है l आदिकाल से शिक्षा ने मानव विकास की अनेको संभावनाओ को व्यक्त किया है l प्राम्भ से लेकर वर्तमान (NEP 2020) तक समय एवं परिस्थिति की मांग अनुसार शिक्षा व्यवस्था में आमूल-चूल परिवर्तन होते रहे है l (NEP 2020 ) राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को जुलाई 2020 को जारी किया गया l यह नीति शिक्षा प्रणाली एवं शैक्षणिक सुधारो एवं परिवर्तन की दृष्टि से महत्वपूर्ण मील का पत्थर कही जा सकती है l शिक्षक शिक्षा कार्यक्रम की दृष्टि से राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का उद्देश्य शिक्षा में कुशल शिक्षक प्रशिक्षण के मानको को बढ़ाना एवं शिक्षा प्रणाली में नियामक ढांचा नीतियों का पुनर्निर्माण करना है l राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए शिक्षक के महत्व को स्वीकारते हुए स्पष्ट करती है कि शिक्षक वास्तव में बालक के भविष्य निर्माता है l नीति में अध्यापक की शिक्षा गुणवत्ता भर्ती, पदस्थापना, सेवा शर्ते और शिक्षको के अधिकारों की स्थिति पर विशेष ध्यान दिया गया है l शिक्षको के उत्तरदायित्वो में जितनी वृद्दि हुई है उतनी ही शिक्षको के समक्ष चुनौतियों में भी आई है l और इन चुनौतियों का कैसे समाधान हो यही राष्ट्रीय शिक्ष नीति द्वारा स्पसष्ट करने का प्रयास किया गया है l वर्तमान एवं भविष्य के एक विशेष विनियोग का दर्जा दिया गया है l

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