वीर सेना नायक बोयत राम डूडी
- View Abstract
- Download PDF
- Download Certificate
-
Published on: Jun 30, 2023
-
DOI: CIJE202382789
Dr Sajjan Singh
सहायक प्राध्यापक (इतिहास) एस.एम.टी. गर्ल्स कॉलेज, सिंगनौर, झुंझुनू, राजस्थान Email- sajjangill693@gmail.com, Mob.-9413533833
प्राचीन काल से ही सम्पूर्ण राजपुताना क्षेत्र में शेखावाटी वीरों की भूमि रही है। यहाँ के दानी लक्ष्मी पुत्र ,सरस्वती के अमर साधक और शक्ति व त्याग–बलिदान के सपूतों की अनोखी गाथाओं ने अपनी अलग पहचान बनाए रखी है। शेखावाटी क्षेत्र में प्रागैतिहासिक काल से मानव का अधिवास रहा है।इस क्षेत्र में पाषाण काल के अवशेष सोहनपुर, बाडवास, कोट, मावणडा, राणासर आदि स्थानों से मिले है । ताम्र पाषाण कालीन सभ्यता गणेश्वर भी शेखावाटी में ही स्थित है। महाजनपद काल में यह क्षेत्र मत्स्य जनपद का हिस्सा था । मौर्य शासकों के समय पर यह क्षेत्र मौर्य शासकों के अधीन रहा उसके बाद इस क्षेत्र को साल्व प्रदेश के नाम से जाना जाने लगा जिसमे नागौर व शेखावाटी के भागों को शामिल किया गया है।