डॉ. सत्यवीर, सहायक आचार्य, सम्बल कॉलेज ऑफ एज्युकेशन नवलगढ़ रोड़, शिवसिंहपुरा, सीकर
सारांश - अतः स्पष्ट होता है कि मुगलों ने राज्य-प्रबन्ध को सुव्यवस्थित करने तथा उसमें अनेक सुधार लाने का हर स्तर पर उचित प्रबन्ध किया। वर्तमान में, मध्यकालीन भारतीन प्रशासन-व्यवस्था की छाप भारतीय प्रशासन पर बहुत ही सीमित स्तर पर देखी जा सकती है। अतः मुगल प्रशासन-व्यवस्था गुणो-अवगुणों के होते हुए तत्कालीन परिस्थितियों में सफल प्रशासन-व्यवस्था रही।