भारतीय ज्ञान परंपरा और समकालीन शिक्षा व्यवस्था में गणित को एकीकृत करना (विशेष संदर्भ : वैदिक गणित का महत्व)
Sonia Rani
सोनिया रानी पीएच.डी. शोधार्थी, शिक्षक शिक्षा विभाग, हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय, महेंद्रगढ़
Co-Author 1
प्रो. नंद किशोर शिक्षक शिक्षा विभाग, हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय, महेंद्रगढ़
शोध सार:- भारतीय ज्ञान परंपरा ने प्राचीन काल से ही गणित के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया है, जिसे वैश्विक स्तर पर सराहा गया है। विशेष रूप से वैदिक गणित को भारतीय शिक्षा प्रणाली में एक महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है। यह परंपरा गणना और संख्यात्मक समस्याओं के समाधान के लिए सरल और प्रभावी विधियाँ प्रदान करती है। वर्तमान समय में जब समकालीन शिक्षा प्रणाली तेजी से विकसित हो रही है, वैदिक गणित को इसके साथ एकीकृत करने की आवश्यकता महसूस हो रही है। यह विषय वैदिक गणित के महत्व को रेखांकित करता है और इसके समकालीन शिक्षा व्यवस्था में संभावित योगदान पर ध्यान केंद्रित करता है। वैदिक गणित की संकल्पनाएँ मानसिक गणना, त्वरित और सटीक उत्तर प्राप्त करने की क्षमता को बढ़ावा देती है, जो छात्रों के लिए गणित को और अधिक समझने योग्य और रोचक बनाती हैं। यह विषय इस बात को भी विश्लेषित करता है कि किस प्रकार वैदिक गणित के सिद्धांतों को आधुनिक शिक्षा पद्धतियों में सम्मिलित किया जा सकता है, ताकि छात्रों में गणित के प्रति रुचि और समस्या सुलझाने की क्षमता में वृद्धि हो। इस विषय का उद्देश्य यह भी है कि वैदिक गणित की विधियों को आधुनिक कक्षाओं में किस प्रकार प्रभावी रूप से लागू किया जा सकता है। आज के समय में जब छात्र गणित से जुड़ी जटिलताओं से हतोत्साहित होते हैं तो उस स्थिति में वैदिक गणित एक आसान और तेज तरीका प्रदान करता है जो उन्हें गणना में अधिक आत्मविश्वास देता है। इसके अलावा यह विधि छात्रों को सांस्कृतिक और ऐतिहासिक दृष्टिकोण से भी जोड़ती है जिससे भारतीय गणित की समृद्ध विरासत की समझ में वृद्धि होती है। समकालीन शिक्षा व्यवस्था में वैदिक गणित को एकीकृत करने से छात्रों में मानसिक विकास और गणना की गति में सुधार हो सकता है, जिससे उनकी शैक्षिक सफलता को बढ़ावा मिलेगा। इस विषय के माध्यम से वैदिक गणित के सिद्धांतों को समकालीन शिक्षा प्रणाली में समाहित करने की संभावनाओं पर विस्तृत चर्चा की जाएगी, ताकि भारतीय ज्ञान परंपरा के लाभों को आधुनिक शिक्षा पद्धतियों के साथ जोड़ा जा सके।