बढ़ते असंतोष के कारणों का किशोर वर्ग के विद्यार्थियों में अध्ययन

Damodar Sharma
DAMODAR PRASAD SHARMA RESEARCH SCHOLAR DEPARTMENT OF EDUCATION APEX UNIVERSITY

Co-Author 1

DR. RATAN KUMAR BHARDWAJ PROFESSOR EDUCATION DEPARTMENT APEX UNIVERSITY
किशोरावस्था की आयु किशोरों के लिए बहुत ही कठिनाइयों की अवधि होती है तथा इस अवधि में वे कई समस्याओं का सामना करते हैं। किशोरावस्था के वर्ष रचनात्मकता, आदर्शवाद आशावाद और साहस की भावना से ओतप्रोत होते है, साथ ही यह अवस्था प्रयोग और जोखिम लेने, नकारात्मक संगति के दबाव को झेलने, विशेषकर अपने शरीर और यौनिकता से सम्बन्धित महत्वपूर्ण मुद्दों पर बेपरवाह निर्णय लेने के लिए भी जानी जाती है। उस अवस्था में किशोरों में असंतोष भी बढ़ जाता है। इस प्रकार किशोरावस्था व्यक्ति के जीवन में एक महत्वपूर्ण मोड़ होता है। इस अवधि में क्षमता में वृद्धि होती है लेकिन जोखिम एवं असंतोष का खतरा भी बढ़ जाता है। अतः प्रस्तुत शोध पत्र का मुख्य उद्देश्य किशोर वर्ग के विद्यार्थियों में बढ़ते असंतोष के कारकों का विश्लेषणात्मक अध्ययन करना है। प्रस्तुत समस्या के लिये शोधकर्ता द्वारा सर्वेक्षण विधि का चयन किया गया। कुल 624 विद्यार्थियों का चयन यादृच्छिक विधि से किया गया। निष्कर्ष में ज्ञात हुआ कि ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र के किशोर वर्ग के विद्यार्थियों में बढ़ते असंतोष के कारकों में सार्थक अन्तर नहीं पाया गया। राजकीय एवं निजी विद्यालय के किशोर वर्ग के विद्यार्थियों में तथा छात्र एवं छात्राओं में बढ़ते असंतोष के कारकों में सार्थक अन्तर पाया गया।

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